नई दिल्ली। देश में सूं तो अन्न को भगवान का दर्जा दिया जाता है व घरों में बुजुर्ग भी यही नसीहत देते हैं कि जूठन कभी न छोडी जाए लेकिन आधुनिक दौर में इन बातों को बिसरा दिया गया है। आजकल भोजन व्यर्थ फेंकने की प्रवृत्ति तो बहुत ही बढी है। भोजन बर्बाद न हो व फेंका न जाए बल्कि उसका सदुपयोग हो सके, इस गरज से देश की राजधानी में अभिनव पहल की जा रही है। Read More
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