Tuesday, January 17, 2012

अजय नहीं बल्कि सोच के कारण मिली सफलता :रोहित

बॉलीवुड के सर्वाधिक महंगे निर्देशकों की श्रेणी में शामिल हुए नौजवान रोहित शेट्टी इन दिनों यूटीवी बिंदास के रियलिटी शो बिग स्विच-3 को प्रस्तुत कर रहे हैं। इस शो को उन्होंने इसलिए करना स्वीकार किया क्योंकि अपनी अगली फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस शुरू करने से पहले और बोल बच्चन पूरी करने के बाद उनके पास कुछ वक्त खाली था जिसका उन्होंने सदपुयोग करना बेहतर समझा। हालांकि उनके इस शो को सीमित दर्शक वर्ग मिला है। बॉलीवुड में सात फिल्मों का निर्देशन करके लगातार सफलता प्राप्त करने वाले वे एक मात्र निर्देशक हो गए हैं। वरना एक समय पर एन.चन्द्रा ऎसे निर्देशक थे जिन्होंने लगातार तीन सुपर हिट फिल्में अंकुश, प्रतिघात और तेजाब थी, जबकि रोहित शेट्टी ने जमीन की असफलता के बाद अजय देवगन के साथ गोलमाल, गोलमाल रिटर्न, आल द बेस्ट, गोलमाल-3 और सिंघम जैसी लगातार सफल फिल्मों को देकर अपनी असफल फिल्म जमीन को लगभग भुला दिया है। उनकी अजय देवगन के साथ वाली सातवीं फिल्म बोल बच्चन हाल ही में पूरी हुई है और यह इस वर्ष के मध्य तक प्रदर्शित होने की उम्मीद है। हालांकि उन्होंने अपनी सातवीं फिल्म में एक बार फिर से अजय देवगन के साथ अभिषेक बच्चन को लिया जो उनकी पहली निर्देशित फिल्म जमीन के दूसरे नायक थे। उन्होने अपनी इस फिल्म में एक्शन के साथ कॉमेडी का भी बराबर का डोज रखा है।
एक्शन… रोमांस… कॉमेडी… गाने… यानी वो पूरे मसाले जो किसी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर हिट कराने के लिए जरूरी होते हैं, उन सबका इस्तेमाल रोहित अपनी फिल्मों में करते हैं। उडती हुई कारों के दृश्य तो मानो रोहित शेट्टी की फिल्मों की पहचान ही बन गए हैं। उनके साथ काम करने वालों को यह अच्छी तरह याद हो गया है कि कारों के दृश्य किस तरह फिल्माने हैं। रोहित अपनी फिल्मों की प्रेरणा 60-70 के दशक में बनी बॉलीवुड फिल्मों से ही लेते हैं। वे खुद यह बात स्वीकार करते हैं कि उस दौर की फिल्मों को मैं नए प्रेजेन्टेशन के साथ बना रहा हंँू और यही आज की जनरेशन की पसंद है। हालांकि उनकी फिल्में माइंडलेस सिनेमा की श्रेणी में आती हैं, अर्थात् फिल्म देखते वक्त आपको दिमाग लगाने की आवश्यकता नहीं है, इसके बावजूद यह फिल्में न सिर्फ सफल हो रही हैं बल्कि आय के वो रिकॉर्ड बना रही हैं लेकिन बारे में कभी बॉलीवुड कल्पना भी कर पाता था। अपनी इस सफलता पर रोहित शेट्टी को गर्व महसूस होता है।
गोलमाल रिटर्न के जरिए जो सफलता रोहित को मिली उसने उन्हें स्पष्ट रूप से इस बात का संकेत दिया कि अगर अब उन्हें सफलता हासिल करनी है तो उन्हें हास्य को कुछ समय के लिए अपनी फिल्मों से दूर रखना होगा और अपने इसी सिक्स सेंस को भांपकर रोहित एक बार फिर एक्शन के मैदान में आए। इसके लिए उन्होंने दक्षिण भारत की फिल्म सिंघम को चुना जो वहाँ पर जबरदस्त सफलता प्राप्त कर रही थी और बॉलीवुड में भी सलमान खान दक्षिण के जादू को सफलतापूर्वक भुना रहे थे। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए रोहित शेट्टी ने एक बार फिर से अजय देवगन से बात की और अजय देवगन ने भी रोहित शेट्टी के साथ मिलकर अपनी पुरानी छवि में लौटने में ही बेहतरी समझी। रोहित उन्हें भी इस बात को समझाने में कामयाब हो गए कि दर्शक अब उन्हें हास्य सितारे के रूप में देखकर उकता चुका है। स्वयं अजय को भी अपना करियर डोलता नजर आने लगा था, शायद इसीलिए उन्होंने सिंघम में काम करना स्वीकार किया। सिंघम जैसी एक्शन फिल्म बनाना उनके दर्शकों के लिए चौंकाने वाली बात थी। सिंघम ने प्रदर्शन के साथ ही एकल नायक की सफल वापसी को सही साबित करते हुए सौ करोड से ऊपर का व्यवसाय करके बॉलीवुड में एक बार फिर से एक्शन दृश्यों और नायकों की वापसी को सशक्तता प्रदान की। उन्होंने सलमान खान द्वारा वांटेड, दबंग, रेडी और बॉडीगार्ड की सफलता का क्रम जारी रखा।

अपनी फिल्म सिंघम के बारे में रोहित कहते हैं कि मैंने कई रातें इस फिल्म के बारे में सोचते-सोचते काटी कि किस तरह से मुझे इस फिल्म को दर्शकों की नजरों में सफलता के साथ उतारना है। मैंने इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की। दरअसल मैं यह साबित करना चाहता था कि मैं सिर्फ भाग्य के भरोसे या अजय देवगन के भरोसे ही नहीं चल रहा। बॉलीवुड में मेरी लगातार सफलता को दीपावली के साथ भी जोडा गया। मैं इस मिथक को तोडना चाहता था और मैंने सिंघम को वर्ष के मध्य में प्रदर्शित किया तब न तो कोई ईद थी न दीपावली न ही कहीं क्रिसमिस का माहौल था। सिंघम न सिर्फ सफल हुई बल्कि उसने 100 करोड से ज्यादा का व्यवसाय करके मेरी निर्देशकीय क्षमता को सही दिशा प्रदान की।
रोहित शेट्टी का नाता फिल्मों में उनके जन्म से पहले का ही है। उनके पिता अपने समय के सुप्रसिद्ध खलनायक और फाइट कम्पोजर हुआ करते थे। आज के युवा दर्शकों के साथ ही पुरानी पीढी के दर्शकों को भी फिल्मों में एक गंजा गोल चेहरे वाला खूंखार खलनायक याद होगा जो हमेशा नायक को अपनी आंखों से बरसती आग के जरिए ही ठंडा कर दिया करता था। याद दिलाना चाहेेगे अमिताभ बच्चन की डॉन जिसमें रोहित के पिता एम.बी.शेट्टी ने जबरदस्त काम किया था। रोहित के पिता दर्शकों की नजरों में शेट्टी के नाम से ही प्रसिद्ध थे। एक वक्त था जब उनके पिता प्रदर्शित होने वाली हर दूसरी फिल्म में नायक के साथ मारपीट करते हुए नजर आते थे। अमिताभ बच्चन के साथ उनका फिल्म त्रिशूल वाला एक्शन दृश्यों दर्शकों के जेहन में आज भी ताजा है।
ऎसा नहीं है कि रोहित हमेशा अजय के साथ ही फिल्में बनाते रहेंगे। “बोल बच्चन” के बाद रोहित, अजय का साथ छोडने जा रहे हैं और वे अपनी अगली फिल्म बॉलीवुड के बादशाह खान शाहरूख के साथ बनाने जा रहे हैं। इस प्रक्रिया के बारे में वे कहते हैं कि यह एक स्वाभाविक बात है। जरूरी नहीं कि मेरी हर फिल्म में अजय देवगन ही नजर आए। ऎसा भी नहीं है कि मैं अजय देवगन के साथ आगे काम नहीं करूंगा। चेन्नई एक्सप्रेस के बाद मैं जिस पटकथा पर काम कर रहा हूं उसमें निश्चित तौर अजय देवगन ही नजर आएंगे। शाहरूख के साथ फिल्म की बात पर वे कहते हैं कि गोलमाल 3 के रिलीज होने के बाद शाहरूख ने खुद मुझे कॉल किया और मुलाकात के बाद हमने साथ काम करना तय किया। अब हम चेन्नई एक्सप्रेस नामक फिल्म में एक साथ काम करने जा रहे हैं। इस फिल्म की शूटिंग आगामी मार्च माह में शुरू होगी और सम्भवत: यह फिल्म इस वर्ष के अन्त में सिनेमा घरों में प्रदर्शित होगी। इस फिल्म में शाहरूख खान एक्शन के साथ रोमांटिक भूमिका भी अभिनीत करते नजर आएंगे। रोहित को पूरी उम्मीद है कि उनकी यह फिल्म भी सफलता के मामले में पिछली फिल्मों की तरह ही रहेगी।

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