अब तक आपने पढा : किस तरह से एक रूढिवादी परिवार में जन्मी ऎश्वर्या राय ने स्वयं को विश्व प्रसिद्ध बनाया। इस दौरान उन्होंने अपने अभिनय के जलवे बिखेरे साथ ही इश्क को शिद्दत से महसूस किया और फिर उसकी विरह की पीडा को भी जिया। अब आगे पढिये. . .
सन् 2003 ऎश्वर्या को फिर से चर्चा में लाया जब ऎश्वर्या राय को कान फिल्म समारोह में जूरी मेम्बर के रूप में आमंत्रित किया गया। यह पहला मौका था जब किसी भारतीय अभिनेत्री को इस सम्मान से नवाजा गया था। उनकी इस उपलब्धि को टाइम मैगजीन और इंडिया टुडे ने अपने कवर पर सजाया। टाइम मैगजीन ने उन्हें उस वर्ष के विश्व के प्रसिद्ध 100 व्यक्तियों की सूची में शामिल किया।
इसके अतिरिक्त ऎश्वर्या उस वक्त यूएसए, यूके, चाइना, रूस, इज्रराइल, युनाइटेड स्टेट्स, इटली, स्पेन और फ्रांस में भी चर्चा पा चुकी थीं। उनकी अभिनय क्षमता से ज्यादा उनकी खूबसूरती के चर्चे हो रहे थे। ऎश्वर्या राय रोलिंग स्टोन मैगजीन के वार्षिकांक हॉट लिस्ट के साथ-साथ हैलो मैगजीन में विश्व की सर्वाधिक आकर्षक महिला के रूप में छायी रहीं। 2003 में विश्व से प्रकाशित होने वाली हर प्रसिद्ध पेपर और मैगजीन पर ऎश्वर्या के जलवे के चर्चे थे। 2004 में ऎश्वर्या राय ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहली इंगलिश फिल्म ब्राइड एण्ड प्रिजूडाइस में अभिनय किया।
इस फिल्म की निर्देशिका भारतीय मूल की गुरिन्दर चढ्ढा थीं। साथ ही वह पहली ऎसी भारतीय महिला थीं जिन्हें लंदन के विश्व प्रसिद्ध मोम घर मैडम तुसाद म्यूजियम में स्थापित किया गया। 2004 में ऎश्वर्या राय ने अपनी एक बेवसाइड लांच की। जबकि इससे पहले 17,000 ऎसी वेबसाइडें थी जो पूर्ण रूप से ऎश्वर्या को समर्पित थी अर्थात् जो दुनिया में ऎश्वर्या को ही दिखा रही थीं। इन उपलब्धियों के बीच ऎश्वर्या राय का करियर सफलता के साथ आगे बढता रहा। वे जहां बॉलीवुड में व्यस्त रहीं वहीं वे हॉलीवुड में भी अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवाती रहीं।
वर्ष 2006 में कहा जा रहा था कि ऎश्वर्या राय को हॉलीवुड के बाण्ड सीरीज में जेम्स बाण्ड की नायिका का किरदार निभाने का न्यौता मिला है। लेकिन उन्होंने इस फिल्म को ठुकरा कर न सिर्फ अपने हॉलीवुड प्रवेश में रूकावटें पैदा की बल्कि कुछ समय के लिए उनकी इस बात के लिए आलोचना भी की गई। लेकिन ऎश्वर्या ने अपनी सफाई में सिर्फ इतना ही कहा कि मैं किसी भी सूरत में अपने जिस्म की नुमाइश करना पसन्द नहीं करूंगी।
जे.पी.दत्ता द्वारा बनाई गई फिल्म उमराव जान में वे पहली बार अभिषेक बच्चन के साथ नजर आई थीं। 2006 में इस फिल्म की शूटिंग जयपुर के सिटी पैलेस, आमेर और जयगढ में की गई थी। इस फिल्म के दृ़श्यों में अभिषेक बच्चन की आंखों में ऎश्वर्या के प्रति लगाव को दर्शकों ने महसूस किया। अभिषेक के लगाव ने ऎसी प्रगाढता अख्तियार की जिसने फिर एक नई प्रेम कहानी को जन्म दिया। फिल्म बनी और प्रदर्शित हुई लेकिन चली नहीं। हाँ ऎश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन का प्रेम इतना परवान चढा कि मीडिया ने चटकारे लेना शुरू कर दिया। यही बात अभिषेक के पिता को पसन्द नहीं आई और उन्होंने इस मामले को ज्यादा हवा मिलने से पहले ही अभिषेक बच्चन और ऎश्वर्या के विवाह की घोषणा की दी। 2007 जनवरी में ऎश्वर्या ने सार्वजनिक तौर अभिषेक से सगाई करने की घोषणा की और 20 अप्रेल 2007 को उन्होंने अभिषेक के साथ जिन्दगी में साथ-साथ जीने-मरने की कसमें खाते हुए वास्तविक जिन्दगी में पति-पत्नी के रूप में एक-दूसरे को ग्रहण किया। इन दोनों की शादी का सर्वाधिक फायदा फिल्मकार मणि रत्नम को मिला जिन्होंने उन्हें गुरू में एक साथ पेश किया था। गुरू उनकी शादी के बाद प्रदर्शित होने वाली पहली फिल्म थी। फिल्म चली, खूब चली और इस जोडी को जबरदस्त प्रशंसा मिली। गुरू से पहले 2005 में एक फिल्म आई थी बंटी और बबली जिसमें अभिषेक बच्चन की नायिका रानी मुखर्जी थी। फिल्म तो यह सफल रही लेकिन इस फिल्म की सफलता में सबसे बडा योगदान ऎश्वर्या राय का भी रहा था। इस फिल्म के गीत कजरारे कजरारे तेरे कारे कारे नैना ने उन दिनों पूरे भारत में जबरदस्त धूम मचा दी थी।
इस गीत को ऎश्वर्या के साथ अमिताभ और अभिषेक के ऊपर फिल्माया गया था। उन दिनों अभिषेक का करियर खत्म होने के कगार पर था जिस वजह से अमिताभ बच्चन ने यश चोपडा के कहने पर इस फिल्म में अपने बेटे के साथ पहली बार परदे को शेयर किया। पिता-पुत्र को एक साथ देखने की लालसा दर्शक छिपा न सके और फिल्म सफलता के नए पायदानों को छूती गई।
अभिषेक से शादी के बाद ऎश्वर्या राय ने स्वयं को सीमित कर लिया है। वे फिल्में करती हैं लेकिन उन्हीं को जिसमें उनको लगता है कि मेरे परिवार को कोई शिकायत नहीं होगी। श्वसुर बनने के बाद अमिताभ बच्चन ने ऎश्वर्या के साथ एक मात्र फिल्म सरकार राज की है जिसमें भी वे उनकी बहू के किरदार में थी। इससे पहले वे उनके साथ क्यों हो गया ना, बंटी और बबली, हम किसी से कम नहीं और मोहब्बते में काम कर चुके हैं।
ऎश्वर्या राय को अमिताभ ने बहुत पहले ही विश्व की सर्वाधिक सुन्दर महिलाओं में शामिल किया था। उन्होंने उनके साथ नेत्र दान महादान नामक विज्ञापन फिल्म में भी काम किया है। वर्ष 1997 से लेकर 2011 के मध्य तक ऎश्वर्या ने कुल मिलाकर 29 फिल्म पुरस्कार प्राप्त किए हैं। वर्तमान समय की वे एकमात्र ऎसी अभिनेत्री ने जिन्होंने इस दरम्यान 9 बार फिल्म फेयर का अवार्ड जीता है। आज ऎश्वर्या राय मां बनने जा रही हैं ।
ऎश्वर्या के मां बनने की खबर ने भी इस परिवार को पूरे विश्व में चर्चा में ला दिया है। जबकि यह एक सामान्य सी घटना है लेकिन व्यावसायिक प्रतिस्पर्द्धा के दौर में इंसान सिर्फ अपना हित साधना चाहता है और यही काम बॉलीवुड के महान् और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने किया है। उन्होंने इस खबर से 23 जून से शुरू हुए आइफा पुरस्कार समारोह को प्रभावित करने का प्रयास किया है। एक बारगी तो पूरे विश्व के साथ-साथ बॉलीवुड की नजरें भी बच्चन परिवार पर आ गई हैं। पूरा मीडिया आज सिर्फ बच्चन परिवार के लिए बोल रहा है। दर्शक और श्रोता सिर्फ और सिर्फ बच्चन परिवार के गुणगान कर रहा है। कहा जा रहा है कि अमिताभ को इस समाचार की पुष्टि लगभग दो माह पूर्व ही हो गईथी जब ऎश्वर्या राय कान फिल्म समारोह में शिरकत कर रही थी, लेकिन उन्होंने उस वक्त इस समाचार को दुनिया को नहीं बताया। वजह वे अपने साथ हुए आइफा द्वारा किए गए दुव्र्यवहार का बदला लेना चाहते थे और उन्होंने फिल्मों के नायक की तरह खलनायक बने आइफा से अपना बदला ले लिया। बॉलीवुड के दिग्गज सितारों की उपस्थिति के बावजूद आइफा समारोह को मीडिया में उतनी तवज्जो नहीं मिल पाई है जितनी अमिताभ बच्चन के साथ होने पर मिला करती थी।
वर्तमान में ऎश्वर्या राय रियलिस्टिक सिनेमा के लिए सुप्रसिद्ध निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म हीरोइन में मुख्य नायिका का किरदार निभा रही हैं। इस फिल्म में काम करने की घोषणा मधुर और ऎश्वर्या ने इस वर्ष सम्पन्न हुए कान फिल्म समारोह में की थी। जब से मधुर भंडारकर और इस फिल्म के निर्माता यूटीवी के रॉनी स्क्रूवाला ने ऎश्वर्या राय के मां बनने का समाचार सुना है उन्हें अपनी फिल्म हीरोइन का भविष्य अंधेरे में दिख रहा है। कहा जा रहा है कि रॉनी स्क्रूवाला अपने इस प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डालने का विचार कर रहे हैं। जबकि मधुर की इच्छा है कि वे इस फिल्म में नायिका ऎश्वर्या की शूटिंग को एक महीने के भीतर पूरा कर लें और बाकी कलाकारों का काम बाद में शूट किया जाए। उनका कहना है कि इस किरदार के लिए ऎश्वर्या से बढकर कोई और हो ही नहीं सकता। हीरोइन का क्या होगा यह तो पाठकों को अन्य स्रोतों से पता चल जाएगा। हालांकि हम भी इस बारे में जानकारी देते रहेंगे।
आलेख में अभी बहुत कुछ लिखा जा सकता है लेकिन हम पाठकों की नजरों में ऊबाऊ नहीं होना चाहते। फिलहाल इतना ही काफी है। अगर पाठकों के विचार हमें इस परिवार के बारे में और अधिक जानकारी देने के लिए मिलेंगे तो हम उन्हें इस परिवार के बारे में और भी कुछ ऎसा बताना चाहेंगे जिसके बारे में जानने के लिए वे बेताब होंगे। कुछ पुरानी यादों के साथ अमिताभ बच्चन और जया बच्चन, पिता - पुत्र, पति और पत्नी साथ ही आने वाले मेहमान के बारे में।
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