Thursday, August 27, 2009

हास्य से भरपूर "डैडी कूल"

Dady Cool निर्माता: अशोक ठाकरिया, इंद्र कुमार
निर्देशक: के मुरली मोहन राव
कलाकार: सुनील शेट्टी, आरती छाबडिया, आशीष चौघरी, ट्यूलिप जोशी, आफताब शिवदासानी, जावेद जाफरी, किम शर्मा, सोफिया चौघरी, राजपाल यादव, चंकी पांडे, सुहासिनी मुल्ले, प्रेम चोपडा, वृजेश हीरजी, शरद सक्सेना।

निर्देशक के मुरली मोहन राव की फिल्म "डैडी कूल" में स्टीवन लैजारस(सुनील शेट्टी) लेखक बनना चाहता है, और अपने पिताजी को उसी शैली में विदा करना चाहता है। वह अपने पिता की शान में कसीदा पढ श्रद्धांजलि देना चाहता है। परिवार के गुणगान करना चाहता है। उसकी सारी तैयारियां उस समय गडबडा जाती है, जब अंतिम यात्रा के लिए ताबूत बनाने वाले ने उसके पिता की जगह किसी और का शव भेज दिया। ट्रेजेडी अचानक कॉमेडी में बदल जाती है। इस अंत्येष्टि में कई किरदार इकठ्ठा है, और हर किरदार की अपनी कहानी है। स्टीवन का छोटा ब्रायन(आशीष चौघरी)की कमाई कम है, और वह अपनी मां को नही रखना चाहता है। उसका कहना है कि इस कमाई में वह अपनी मां और उनके कुत्तों को नही पाल सकता।
स्टीवन की पत्नी नैसी(आरती छाबडिया)अपनी सास (सुहासिनी मुल्ले)के साथ नही रहना चाहती है, और ससुराल की प्रॉपर्टी एक एजेंट पिंटो(विजय पाटकर)की मदद से बेचना चाहती है। माइकल(आफताब शिवदासानी)मारिया (ट्यूलिप जोशी)को बेहद चाहता है, लेकिन अपने होने वाले ससुर से मिलने में घबराता है। मारिया का जिम (वृजेश हीरजी) भी मरता है, और इस दु:खद मौके पर भी वह मारिया को प्रभावित करने की यथासंभव कोशिश करता है।
जेनी (किम शर्मा)को अपने पति कार्लोस(जावेद जाफरी)पर शक है, कि उसका हॉट मॉडल आयशा (सोफी चौघरी)से अफेयर है। ब्लैकमेलर एंड्रयू (राजपाल यादव)मृत लैजारस(शरत सक्सेना)के कुछ राज जानता है, और उसके जरिये पैसा कमाना चाहता है। इन सारे पात्रों के जरिये हास्य से भरी कई परिस्थितियां अन्त्येष्टि के दौरान पैदा होती है।

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