बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चान की कुछ इच्छाएं ऎसी है जो आज भी पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि अब वह अपने काम से थोडा समय निकालकर जल्द से जल्द इन इच्छाओं को पूरा करना चाहते है।
अमिताभ बताते है, कुछ समय पूर्व मुझे एक पियानो गिफ्ट में मिला था। मैंने अकेले में कई बार इसे बजाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहा। जब भी मैं इसे अपने घर में देखता हूं, मेरी इसे बजाने की इच्छा होने लगती है। ईश्वर ने चाहा तो मैं जल्द ही इसे बजाने लायक हो जाऊंगा। काफी समय पहले मैं पंडित रविशंकर का सितार सुना करता था। उस वक्त मैंने कई बार इस साज को बजाने की कोशिश की, लेकिन ऎसा नहीं हो पाया। मुझे लगता है कि अब अपने सपने को पूरा करने का वक्त आ गया है।
अमिताभ कुछ देसी-विदेशी भाषाएं भी सीखना चाहते है। इस बारे में उनका कहना है, मेरी चाहत है कि मैं फ्रेंच और स्पेनिश जैसी भाषाएं धाराप्रवाह से बोल सकूं। आज मैं इन्हे सीखना शुरू नहीं करता, तो फिर कभी नहीं सीख पाऊंगा। इसके अलावा मैं मलयालम भी बोलना चाहता हूं। मुझे बताया गया है कि यह बहुत मुश्किल भाषा है, लेकिन मैं इसे भी सीख ही लूंगा।
Tuesday, March 23, 2010
अभी भी अधूरे है अमिताभ के सपने
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