इससे पहले शानदान बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए भारत ने वेस्टइंडीज के सामने जीत के लिए 340 रन का लक्ष्य रखा था।युवराज ने शानदार पारी खेलते हुए दस चौकों और सात छक्कों की मदद से 131 रन बनाए।
वेस्टइंडीज की शुरूआत पुख्ता लेकिन घीमी रही। पहला विकेट गेल के रूप में गिरा जब उनका व्यक्तिगत स्कोर 37 रन था। उन्हें नेहरा की गेंद पर हरभजन ने कैच किया जब टीम का स्कोर 65 रन था।
वेस्टइंडीज का दूसरा विकेट मोर्टन के रूप में गिरा जब उनका स्कोर 42 रन था। और टीम का स्कोर 100 रन था। उन्हें पठान की गेंद पर घोनी ने कैच किया। इसके बाद सरवन 45 रन बनाकर रन आउट हो गए और ये विकेट वेस्टइंडीज के 151 के स्कोर पर गिरा। डीजे ब्रावों मात्र आठ रन ही बना पाए और वेस्टइंडीज को चौथा विकेट 188 रनों पर गिरा। उन्हे इशांत शर्मा की गेंद पर आरजी शर्मा ने कैच किया।
इससे पहले भारत ने 50 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 339 रन बनाए थे जिसमें युवराज ने शानदार पारी खेलते हुए दस चौको और सात छक्कों की मदद से 131 रन बनाए। भारत के लिए कार्तिक ने 67 रन, घोनी ने 41 रन और पठान ने 40 रन बनाए।
भारत ने टॉस जीकर पहले बल्लेबाजी शुरू की लेकिन कुछ ही देर में उसके दो विकेट गिर गए। गंभीर ने 13 रन बनाए और टेलर की गेंद पर ब्रावों ने उन्हें कैच आउट किया। उस समय टीम का स्कोर 25 रन था।
इसके बाद कार्तिक और युवराज सिंह ने पारी को संभाला और तीसरे विकेट के लिए 135 रन बनाए। कार्तिक ने 67 रन के स्कोर पर थे जब बर्नार्ड की गेंद पर रामदिन ने उनका कैच लपका। उस समय भारत का स्कोर 29वें ओवर में 167 रन तक पहुंच गया था। इसके बाद युवराज के रूप में चौथा विकेट ब्रावों को मिला।
उन्होंने युवराज को रामदिन के हाथों कैच कराया जब टीम का स्कोर 253 रन था। इसके बाद जडेजा कुछ खास नहीं कर पाए और वे जीरों रन पर ही थे जब ब्रावों की भी गेंद पर रामदिन ने उनका कैच लिया।
भारत के चार अहम चेहरे टीम से बाहर है। सुरेश रैना, सचिन तेदुलकर, जहीर खान और वीरेन्द्र सहवाग या तो टीम के लिए नहीं गए है या फिर इस मैच में खेलने के लिए फिट नहीं है।
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