
गुरूदत की जीवनी लिखने वाली नसरीन मुन्नी कबीर और निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा के बीच "कागज के फूल" को फिर पर्दे पर उतारने के बारे में बातचीत चल रही है। राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने कहा कि परियोजना को अभी अंतिम रूप नही दिया गया है।
गुरूदत की जीवनी लिखने वाली नसरीन कुछ समय पहले मेरे पास आई थी। उनके साथ फिल्म "कागज के फूल" को फिर से बनाने के बारे में हमारी विस्तृत चर्चा हुई, लेकिन अभी इसे अंतिम रूप नही दिया गया है। नसरीन ने इस फिल्म में गुरूदत के किरदार के लिए आमिर खान और वहीदा रहमान के किरदार के लिए कैटरीना कैफ का नाम सुझाया था। फिल्म "कागज के फूल" वष 1959 में बनी क्लासिक फिल्म है जिसमें गुरूदत ने सुरेश सिन्हा के किरदार को अपने अभिनय से जीवंत कर दिया था।
इस फिल्म को हालांकि इस वष सफलता नही मिली और बॉक्स ऑफिस पर औंघे मुंह लुढक गई। लेकिन 1980 में जब इस फिल्म को दोबारा पर्दे पर उतारा गया तो लोगों ने इसे काफी पसंद किया था। मेहरा ने कहा कि अगर सबकुछ योजना के अनुरूप हुआ तो अक्टूबर से फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी।
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