Friday, October 29, 2010
1.5 करोड का हीरा कंडोम में डालकर निगल लिया
शादी के पवित्र बंधन में बंधे विवेक-प्रियंका
गहनों की डिजाइन करेंगी मॉस
Saturday, October 23, 2010
Wednesday, October 20, 2010
ताकि हंसता रहे आपका शिशु
1. गर्भावस्था में ही शिशु के दांत निकलने शुरू हो जातेहैं लेकिन उस समय दांत मसूढ़ों में छिपे रहते हैं। इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कैल्शियम की अधिकता वाले खाद्यपदार्थ खाने चाहिए जैसे- पालक, चौलाई, चुकंदर, मेथी, प्याज, दूध आदि। कैल्शियम के अभाव में शिशु के साथ मां के स्वास्थ्य को भी हानि पहुंचती हैं। फलों में गर्भवती महिलाओं को अनार, जामुन, संतरा, अमरूद, केला, नाशपती, खजूर आदि फल खाने चाहिए। इनसें मिलने वाले कैल्शियम से शिशु के दांत और अस्थियां मजबूत होती हैं। read more....
जल्द मिलेगा अनचाही कॉलों से छूटकारा
ट्राई इसी महीने ऎसी कॉलों पर रोक के लिए नियमन लाएगा। ट्राई के चेयरमैन जे.एस. शर्मा ने मंगलवार को बताया कि अनचाही कॉल्स पर लगाम के लिए दिशा-निर्देशों को तैयार करने का काम लगभग पूरा हो गया है। इस माह के अंत तक हम नियमन लाने की तैयारी कर रहे है। टेलीमार्केटिंग कंपनियों की अनचाही कॉलें मोबाइलधारकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। यहां तक कि वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी भी इससे बच नहीं सके। उन्हें कुछ माह पूर्व एक कंपनी से आई कॉल में कर्ज देने की पेशकश की गई थी। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड लिया। दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने दूरसंचार विभाग को तुरंत इस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद ही ट्राई ने उक्त परिचर्चा पत्र जारी किया था।
सऊदी अरब के राजकुमार हत्या के दोषी
लंदन की ओल्ड बेली कोर्ट को बताया गया है कि सऊदी राजकुमार ने जो हमला किया था, उसमें यौन संबंध का पहलू भी जु़डा हुआ था और राजकुमार ने नौकर पर पहले भी हमले किए थे। दूसरी ओर राजकुमार ने अपने नौकर की हत्या से इनकार किया है। उन्हें बुधवार को सजा सुनाई जाएगी। सउदी प्रिंस को होटल की लिफ्ट में नौकर पर हमला करने का दोषी भी पाया गया।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह भी बताया गया कि 15 फरवरी को जब 34 वर्षीय राजकुमार सउद अब्दुल अजीज ने अपने नौकर पर हमला किया तो वह नशे में धुत थे और मालिक-नौकर के इस रिश्ते में राजकुमार कई बार हमला कर चुके थे। हत्या की रात दोनों लोग वेलेंटाइन डे मनाकर वापस लौटे थे। सुनवाई में बताया गया कि अब्दुल अजीज इतनी बुरी तरह जख्मी हो गए थे कि उन्होंने खुद को बचाने की कोशिश तक नहीं की और राजकुमार को हत्या करने दी। इसके बाद राजकुमार घंटों सऊदी अरब में किसी से बात करते रहे ताकि पूरे मामले को ढका जा सके। राजकुमार का दावा है कि वह दोपहर को सो कर उठे और अब्दुल को बचा नहीं सके। प्रिंस सउद के मुताबिक उनके नौकर को चोट तब लगी थी जब कुछ हफ्ते पहले लंदन के एजवेयर इलाके में उन पर किसी ने हमला किया था, लेकिन जब पुलिस ने होटल के सीसीटीवी फुटेज को देखा तो उसमें पाया गया कि लिफ्ट में राजकुमार अपने नौकर पर हमला कर रहे हैं। सीसीटीवी पर 22 जनवरी ौर पांच फरवरी को दो बार हमले का फुटेज है। अदालत में राजकुमार के वकीलों ने अल सउद के समलैंगिक होने के सबूत इधर-उधर करने की कोशिश की, क्योंकि इसी आधार पर प्रिंस को अपने देश लौटने पर सजा हो सकती है। सऊदी अरब में समलैंगिक यौनाचार अपराध है। अल सऊद ने पुलिस को बताया है कि उनके पिता सऊदी अरब के शाह के रिश्तेदार हैं।
Tuesday, October 19, 2010
Beautiful Kristen Stewart Wallpaper
Kristen Stewart Wallpaper |
Monday, October 18, 2010
महिलाओं को कैसे करे आर्कषित
मूर को छे़डते थे सहपाठी
वेबसाइट "कांटेक्ट म्यूजिक डॉट कॉम" के मुताबिक मूर कहती हैं कि स्कूल में लाल बालों की वजह से उन्हें बहुत छे़डा जाता था। उनके साथी कहते थे कि उनके बाल अन्य छात्रों जैसे ही होने चाहिए लेकिन उन्होंने इस पर कभी भी ध्यान नहीं दिया। मूर ने ब्रैट फ्रांडलिक से विवाह किया है और उनके दो बच्चो हैं।
बच्चों के भी उनकी मां जैसे ही बाल हैं। वह कहती हैं कि उनकी बेटी और बेटे के बाल लाल हैं लेकिन उन्हें लगता है कि वे सुंदर दिखते हैं।
चेरिल पर फिदा हैं रिहाना
Saturday, October 16, 2010
Thursday, October 14, 2010
Wednesday, October 13, 2010
Tuesday, October 12, 2010
Sunday, October 10, 2010
Thursday, October 7, 2010
लाल प्याज से रूक सकती है दिल की बीमारियां
भोजन में इस्तेमाल होने वाले लाल प्याज के बारे में वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे दिल की बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, लाल प्याज शरीर से खराब कोलेस्ट्राल निकालने में मदद करता है। कोलेस्ट्राल के कारण ही दिल का दौरा और मस्तिष्क स्त्राव होता है। हांगकांग के चीनी विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने अध्ययन के लिए उन चूहों को कुचले हुए लाल प्याज खाने के लिए दिए जिन्हें पहले अत्यधिक कोलेस्ट्राल की मात्रा वाला भोजन दिया जाता था। अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि आठ हफ्ते बाद खराब कोलेस्ट्राल या लो डेनसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) औसत 20 प्रतिशत कम हो गया।
अध्ययन का नेतृत्व करने वाले झेन यू चेन ने कहा कि इस दौरान चूहों के अच्छे कोलेस्ट्राल यानी हाई डेनसिटी लिपोप्रोटीन में कोई कमी नहीं आई। उन्होंने कहा, अध्ययन के नतीजों से यह बात साबित होती है कि प्याज खाने से दिल की धमनियों के कारण होने वाली दिल की बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
रैम्प पर उतरे अमिताभ,ऋतिक, शाहरूख ने चुराया दिल
बॉलीवुड के दो करिश्माई कलाकार अमिताभ बच्चान और ऋतिक रोशन यहां चल रहे "एचडीआईएल-इंडिया काउचर वीक" में डिजाइनर करन जौहर और वरूण बहल के संग्रह के लिए शोस्टॉपर बने लेकिन शाहरूख खान ने अपनी मधुर मुस्कान से वहां मौजूद सभी लोगों का दिल जीत लिया।
बिग बी और ऋतिक गुरूवार शाम रैम्प पर उतरे और उनके आकर्षक व्यक्तित्व ने समां बांध दिया था। अमिताभ काले रंग के ओवरकोट में नजर आए तो ऋतिक मिलिट्री जैकेट में दिखे। दोनों कलाकारों के रैम्प पर उतरने के बाद डिजाइनर करन ने दर्शकों की पहली पंक्ति में बैठे शाहरूख को भी रैम्प पर बुलाया। इस पर खुद अमिताभ ने अपना हाथ आगे बढ़ाकर दर्शकों के बीच बैठे शाहरूख को मंच पर खींच लिया। जब वहां मौजूद लोगों ने "कभी खुशी कभी गम" के तीनों कलाकारों को रैम्प पर एक साथ चलते देखा तो पूरा माहौल तालियों की ग़डग़डाहट से गूंज उठा। शाहरूख ने अमिताभ और ऋतिक को गले लगाया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। दर्शकों में बॉलीवुड अभिनेत्री प्रीति जिंटा, करिश्मा वकरीना कपूर, सैफ अली खान, अनिल कपूर, सोनम कपूर, रानी मुखर्जी, शाहरूख की पत्नी गौरी, ऋतिक की पत्नी सुजान, उर्मिला मातोंडकर, रवीना टंडन, राहुल खन्ना, डीनो मोरिया भी मौजूद थे।
भ्रष्टाचार के मामले में गवाही देंगे शॉन
स्पेन की एक अदालत ने स्थानीय निकाय में भ्रष्टाचार के एक मामले में गवाही के लिए अभिनेता शॉन कोनरी और उनकी पत्नी को सम्मन भेजा है। शॉन "जेम्स बांड" श्रेणी की फिल्मों में काम कर चुके हैं। समाचार एजेंसी ईएफई के मुताबिक शॉन 15 अक्टूबर को मारबेल्ला शहर की अदालत में उपस्थित होंगे। शॉन और उनकी पत्नी 1999 तक अपनी छुटि्टयों के दौरान मारबेल्ला में स्विस डिजाइन में बने लक़डी के एक बंगले में ठहरते थे। बाद में 2005 में जिस स्थान पर यह बंगला था वहां एक चार मंजिला इमारत ख़डी कर दी गई। न्यायाधीश रिकार्डो पुयोल इस मामले में भ्रष्टाचार का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। बंगले की जमीन 72 आलीशान अपार्टमेंट्स के निर्माण के लिए दी गई थी।
Tuesday, October 5, 2010
ब़डे काम की चीज है मोबाइल
मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। बाजार में आईफोन आने के बाद मीडिया में, वेबसाइटों पर और ब्लॉग्स पर इसकी खूब चर्चा हुई। आईफोन की कीमत काफी ज्यादा है इसलिए भारत में इसके उपभोक्ता कम हैं लेकिन आम मोबाइल फोन की बात करें तो शायद अहसास होगा कि फोन के बिना जिंदगी में अधूरापन सा है। आज के दौर में मोबाइल के बिना जिंदगी की कल्पना करने पर शायद हम असहज महसूस करने लगेंगे। इस बारे में बिग बॉस में भाग लेने वाले कलाकारों से बेहतर कौन बता सकता है।
भले ही मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का हिस्सा हो लेकिन कई बार यह परेशानी का सबब बन जाता है। मसलन आप काम में व्यस्त हों और फोन बजने लगे। खैर इसका भी समाधान है कि आप मोबाइल को शांत अवस्था (साइलेंट) में कर लें। इसके अलावा कई सेवा प्रदाता ऎसी सुविधा भी उपलब्ध करा रहे हैं कि अगर फोन बंद हो तो भी आने वाली कॉल के बारे में पता चल जाएगा। फोन ऑन करते ही पता चल जाएगा कि इस दौरान कितनी कॉल्स आई। ये सभी छूटी हुई कॉल (मिस कॉल) के तहत दर्ज हो जाएंगी। एक तरीका यह भी है कि आप मोबाइल से बैट्री को अलग कर दें। ऎसी स्थिति में आपका फोन "पहुंच से बाहर" हो जाएगा और कोई यह शिकायत भी नहीं कर पाएगा कि आपने फोन बंद कर लिया था।
मौजूदा समय में भारत में 40 करो़ड से ज्यादा मोबाइल उपभोक्ता हैं जिसमें 30 फीसदी ग्रामीण इलाकों में हैं। अनुमान है कि 2012 तक भारतीय मोबाइल फोन का बाजार दोगुना हो जाएगा। दरअसल, कंपनियां नई रणनीति, नए तरह के फोन, नई सेवाओं के साथ बाजार में उत्पादों को उतार रही हैं। भारतीय बाजार में कंपनियां चीन के सस्ते मोबाइल फोन से मुकाबला करने के लिए सस्ते फोन बाजार में उतार रही हैं। भारत में चीनी मोबाइल की बिक्री पर पाबंदी है। इसके बावजूद ये फोन खुलेआम बिक रहे हैं।
फोन के माध्यम से हम लोगों से, अपने परिवार से, अपने कार्यालय से और दोस्तों से संपर्क में रहते हैं। उन्हें संक्षिप्त संदेश सेवा (एसएमएस) भेजते हैं। फोन के माध्यम से लाखों लोग आपातकाल में एंबुलेंस की मदद प्राप्त कर लेते हैं। मोबाइल के और भी कई अन्य उपयोग हैं। मसलन ज्योतिष, समाचार, खेल, शेरो-शायरी जैसी सामग्री को डाउनलोड किया जा सकता है। मोबाइल में कैमरा हो तो कहीं भी और कभी की भी तस्वीर ली जा सकती है। रिकॉर्डिग की सुविधा मोबाइल को बेहद खास बनाती है। अब आईफोन में तो इंटरनेट की भी सुविधा है। ग्रामीण भारत में मोबाइल फोन का प्रसार बहुत तेजी से हुआ है लेकिन यहां बिजली की आपूर्ति की दिक्कत है। इसलिए यहां बैट्री को चार्ज करना एक ब़डी चुनौती है। ग्रामीण इलाकों में अकसर ऎसी कहानियां सुनने को मिलती हैं कि लोग अपने मोबाइल की बैट्री को चार्ज करने के लिए 20-20 किलोमीटर दूर तक जाते हैं लेकिन यहां भी जुग़ाड काम कर गया है। बैट्री से जु़डे एक विशेष केबल के माध्यम से मोबाइल को चार्ज कर लिया जाता है।
पिछले दिनों मीडिया में खबरें आईं कि किसानों, खुदरा व्यापारियों और वितरण केंद्रों को मोबाइल के माध्यम से जो़डा जाए ताकि किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके। साथ ही वह समय से अपने फसलों को बेच सकें। मोबाइल फोन को टीवी रिमोट की तरह प्रयोग किया जाता है। अगर आपके फोन में इंफ्रारेड पोर्ट है तो कुछ सॉफ्टवेयर की मदद से मोबाइल को टीवी रिमोट के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। ऎसे सॉफ्टवेयर भारत में आसानी से उपलब्ध हैं।
मोबाइल फोन ने अलार्म घडी और हाथ वाली घडियों के व्यापार को काफी प्रभावित किया है। मोबाइल से न सिर्फ आप समय देख सकते हैं बल्कि अलार्म लगा सकते हैं। अपने जरूरी काम के लिए या किसी से मिलने का समय भी सेट कर सकते हैं। निश्चित समय पर मोबाइल आपके काम की याद दिला देगा। छोटे बच्चों के लिए तो यह एक खिलौने का भी काम करता है। इसके अलावा मोबाइल में मौजूद टार्च भी लोगों के लिए ब़डे काम का है।
मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि जिन इलाकों में सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत धन उपलब्ध कराती है वहां मोबाइल फोन की बिक्री बढ़ जाती है। यहां तक कि आपदा राहत के लिए जिन इलाकों में सरकार ने लोगों को धन मुहैया कराया वहां भी मोबाइल की बिक्री में तेजी देखने को मिली। जाहिर है मोबाइल हमारे लिए आवश्यक बन गया है।
ब़डी बिल्ली का बढ गया कुनबा
तमिलनाडु के जंगलों से अच्छी खबर आई है। वहां के कलकाड मुंडनथुराराई टाइगर रिजर्व व सत्यमंगलम वन क्षेत्र में बाघों का कुनबा बढ गया है। कलकाड मुंडनथुराराई टाइगर रिजर्व में चार साल में बाघों का कुनबा दुगना हो गया है। 2006 में वहां छह बाघ ही बचे थे। गत फरवरी की गणना के अनुसार इनकी संख्या बढ़कर 13 हो गई है। वहीं सत्यमंगलम जंगल में एक साल में ही बाघों की संख्या दोगुनी हो गई। यहां 2007 में मात्र आठ बाघ ही थे। वर्ष 2008 में इनकी संख्या घटकर सात हो गई तथा 2009 में यह बढ़कर 10 हो गई। जिला वन अधिकारी एन रामसुब्रमण्यम के अनुसार अभी जारी बाघों की गणना के अनुसार वहां 18 बाघ हैं। एक समय इस जंगल में जिस जगह पर कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन का ठिकाना था आज वहां बाघ विचरण करते पाए गए हैं। सत्यमंगल के जंगल में बाघों की संख्या बढ़ने से केंद्र सरकार भी उत्साहित है। एक ओर जहां उत्तर भारत में बाघों की संख्या तेजी से घट रही है वहीं सत्यमंगलम में बाघों की संख्या बढ़ने पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने तमिनलाडु सरकार से कहा है कि वह सत्यमंगलम के जंगल को टाइगर रिजर्व घोषित करने के लिए प्रस्ताव भेजे।
फिलहाल सत्यमंगल के जंगल का एक छोटा सा भाग ही अभयारण्य घोषित किया गया है तथा यह क्षेत्र ही दक्षिण भारत का एकमात्र गैर टाइगर रिजर्व फोरेस्ट है। यह जंगल से आई बहुत अच्छी खबर है। सत्यमंगलमजंगल के वन अधिकारी के अनुसार यह संभव हुआ है शिकार रोकने के लिए की गई क़डी सुरक्षा तथा जानवरों के लिए किए गए पानी जैसे उचित प्रबंधों के कारण। यहीं नहीं अगर देशभर में वन विभाग पहले ही इतना मुस्तैद रहता तो कई बाघों को अपनी जान न गंवानी प़डती। सरिस्का से बाघ यूं ही गायब नहीं होते। और भी कई जगहों से बाघों का करीब-करीब सफाया ही हो गया। इस पृथ्वी के सबसे खूबसूरत व सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण जानवरों में से एक बाघ अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रहा है। शिकारी उस पर बुरी नजर गढाए बैठे हैं। भारत उन दुर्लभ देशों में से एक है जहां यह खूबसूरत ब़डी बिल्ली पाई जाती है। दरअसल शिकारियों ने इस खूबसूरत प्राणी को विलुçप्त के कगार पर ही पहुंचा दिया है। बाघ 13 देशों में पाए जाते हैं। ये हैं-भारत, बांग्लादेश, बर्मा, थाईलैंड, मलेशिया, वियतनाम, लाओस, भूटान, नेपाल और रूस। इन देशों को टाइगर रेंज कंट्रीज (टीआरसी) कहा जाता है और इन देशों ने मिलकर बाघों को बचाने के लिए काम शुरू किया है। भारत में सबसे ज्यादा बाघ पाए जाते हैं। हालांकि एक ही वन में सबसे ज्यादा बाघ बांग्लादेश के सुंदरबन में मिलते हैं। यहां करीब 450 बाघ हैं। दरअसल बाघ का जैव विविधता, खाद्य शृंखला व परिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान होता है। बाघों के कारण ही सुंदरबन की जैव विविधता व पारिस्थिकी का स्तर अच्छा है। भारत की तरह बाघ बांग्लादेश का भी राष्ट्रीय पशु है। बांग्लादेश में इसे बहादुरी का प्रतीक माना जाता है। जहां कभी इनका वनों में राज होता था वहीं आज ये बमुश्किल ही नजर आते हैं। घटते वनों व शिकार के कारण बाघ उन जानवरों में से एक हैं जो विलुçप्त के कगार पर ख़डे हैं। चीन में बाघों के अंगों विशेषकर इसकी खाल व हçड्डयों की खासी मांग होने के कारण इनका खूब शिकार किया जा रहा है। हमारे बाघों को देखने के लिए सुदूर देशों के लोग यहां खिंचे चले आते हैं। बाघों की एक झलक पाने को लोग कई कई बार जंगल में चिचरण करते हैं। ऎसे में हमें गर्व होना चाहिए कि भारत उन देशों में से एक है जहां यह शानदार जीव रहता है। हमें इसकी रक्षा में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
सेक्स वर्कर ने अपने तीन बच्चों का पिता बेकहम को बताया
एक सेक्स वर्कर ने विख्यात फुटबाल प्लेयर बेकहम पर आरोप लगाया है कि वह उसके तीन बच्चों के पिता हैं। साथ ही इस सेक्स वर्कर ने हर्जाने का दावा भी ठोका है। बोस्त्रिया की निवासी अप्रवासी मुस्लिम वेश्या इरमा ने उसके तीन बच्चे फुटबाल खिलाडी डेविड बेकहम को बताया है। साथ हीबेकहम पर ढाई करोड डॉलर के हर्जाने का दावा भी किया है। इरमा के वकील ने शुक्रवार को काउंटी सुपरियर कोर्ट में बेकहम के खिलाफ भावनात्मक एवं शारीरिक उत्पीडन संबंधी एक याचिका दायर की है।
बेवफाई के बाद कैसे सुधारे पुराने रिश्ते
बेवफाई निश्चित रूप से प्यार करने वालो के लिए चुनौतीपूर्ण मसला है। यह एक ऎसा तूफान है जिसकी हल्की सी आहट भी प्यार के मजबूत स्तंम्भो पर खडी रिश्तो की इमारत को एक पल में गिरा सकती है। विश्वास की नीव पर रखे इस प्यार के रिश्ते में अपने साथी द्वारा दिए गए धोखे के दर्द की गहराई अनुभव करना बहुत कष्टदाई होता है। यह एक ऎसा जहर है जो रिश्तो की मिठास मे घुलकर उसे क़डवा बना देता है और इस रिश्ते में बंधे दोनो व्यक्तियों के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। कभी-कभी इस जहर का असर इतना अधिक होता है कि यह धोखा दिए जाने वाले व्यक्ति के लिए जानलेवा भी हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार प्रेम संबंधो और रिश्तो की मजबूती पर किए गए सर्वे के आंक़डो मे "धोखे" और "बेवफाई" की दर दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस टूटे हुए रिश्ते को दुबारा सुधारने की कोशिश करना किसी ऊंची शिखर वाली पह़ाड की चोटी पर पहुंचने जितना मुश्किल और कठिन है।हॉंलाकि जो सबकुछ भूलकर पुन: अपने रिश्तो को बनाना चाहते है उनके लिए यह लेख जरूर एक आशा कि किरण साबित हो सकता है। यह एक कठिन कार्य है और इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता की आवश्यकता है। इस लेख के द्वारा दिया गया मार्गदर्शन उन दंपतियो के लिए मददगार साबित हो सकता है जो इस दुर्गम रास्ते पर चलकर अपने रिश्तो को दुबारा कायम करना चाहते है। आइये इस प्रकिया के लिए कुछ निमनलिखित बातो पर विचार करते है।
1. सर्वप्रथम अपने आपको अपने दूसरे रिश्ते से मुक्त करे क्योंकि किसी तीसरे के रहते आप कभी अपने पुराने रिश्ते को सच्चाई के साथ पुन: कायम नही कर सकते है।
2. मॉंफी मांगने से बेहतर कुछ नही है, जिस साथी ने बेवफाई की है उसे पूरी ईमानदारी के साथ अपनी गलती महसूस करते हुए जितना ज्यादा हो सके अपने साथी से मॉंफी मांगनी चाहिए। उसे अपने टूटते रिश्तो को जो़डने तथा अपने साथी को खुद के द्वारा दिए गए घावो से उभारने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए।
3. अपने साथी को इस दर्द की पी़डा से राहत दिलाने के लिए प्यार भरे शब्दो के मरहम का प्रयोग करना चाहिए। ऎसा अक्सर देखा गया है कि दंपती आपस मे खुलकर बात नही कर पाते है और कई अनकही बाते मन मे ही रह जाती है। इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि आप आपस मे बात करे, अपने प्यार का इजहार करे और ज्यादा से ज्यादा वक्त साथ गुजारे। ऎसा करने से आप दोनो के बीच एक आपसी समझ का मजबूत रिश्ता कायम होगा। बेवफाई के बाद गंभीर रूप से घायल रिश्तो को दुबारा बनाने के लिए प्यार की नीव रखना बहुत जरूरी है।
4. उन कारणे का भी पता लगाने का प्रयत्न करे जिसने आपके साथी को बेवफाई करने के लिए प्रेरित किया था, उन बातो पर ध्यान दे और कमियो को पूरा करने का प्रयत्न करे
5. आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि यह दर्द भावनाओ से जु़डा हुआ है जिसे भूलने के प्रयास मे काफी समय लग सकता है, कितना समय लगेगा यह नही कहा जा सकता है। इन निर्देशो का पूरी ईमानदारी से पालन करने के बाद भी हो सकता है आपके साथी में अब भी आपके प्रति अविश्वास रह जाए, हो सकता है आपकी बेवफाई की चोट से घायल साथी अब भी खुद को असुरक्षित महसूस करे, घबराए नही बस आप अपने व्यवहार में प्यार, वफादारी, धैर्य और एक दूसरे के लिए समर्पण की भावना को बनाए रखिए , ये आपको अपने साथी को गमों के तूफान से बाहर लाने तथा अपने रिश्तो को पुन: प्यार की पटरी पर लाने में आपकी मदद करेगा। यदि आप दोनो ये मानते है कि बेवफाई के बाद भी सबकुछ भूलकर आप अपने रिश्तो की नैया को दुखो के सागर मे डूबने से बचा सकते है तो प्यार और विश्वास ही इसे बचा सकने वाली दो पतवारो का काम कर सकती है।
जब चाहे किसी से भी शादी कर सकता है शाहिद
छोटे पर्दे से लेकर बडे पर्दे तक अपने अभिनय के बूते बॉलीवुड में विशेष पहचान बनाने वाले पंकज कपूर उर्फ करमचंद का कहना है कि शाहिद कपूर की शादी उसकी मर्जी पर ही निर्भर है, वह जब चाहे किसी से भी शादी कर सकता है, मैं पिता होने का फर्ज बखूबी निभांऊगा। अभिनेता के बाद निर्देशक बन रहे पंकज कपूर अपनी फिल्म मौसम की शूटिंग का लोकेशन देखन के लिए शनिवार को जोधपुर आए थे। लोकल फिल्म को ऑर्डिनेटर ज्ञानेंद सिंह राठौड के साथ जैसलमेर, ओसियां और जोधपुर में शूटिंग की लोकेशन देखने के बाद सोमवार दोपहर को मंूबई के लिए रवाना हो गए।
आठ माह की बच्ची में पिता का लीवर प्रत्यारोपित
एक आठ महीने की बच्ची में उसके पिता का लीवर प्रत्यारोपित कर डॉक्टरों ने उसे नया जीवन दिया है। लीवर प्रत्यारोपित कराने वाली वह देश की सबसे कम उम्र की ल़डकी है। डॉक्टरों को लीवर प्रत्यारोपित करने में नौ घंटे का समय लगा। दिल्ली छावनी में स्थित सेना के आर.आर अस्पताल के मेजर जनरल पी.पी. वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि राइफलमैन अनिल कुमार की ल़डकी अक्सू का लीवर खराब हो गया था। उसे पीलिया भी था जिसका इलाज किया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि अक्सू की हालत में सुधार हो रहा है। उसे सप्ताह भर में यहां से छुट्टी दे दी जाएगी। अक्सू को उसके पिता का लीवर सफलता पूर्वक प्रत्यारोपित किया गया है। वर्मा ने बताया कि उसे 23 सिम्तबर को अस्पताल में भर्ती किया गया। उस समय उसका वजन पांच किलोग्राम था। अक्सू के उम्र में छोटे होने की वजह से उसके पिता का दान किया गया लीवर उसके अनुरूप नहीं था। उसके अनुरूप बनाने के लिए लीवर को आपरेशन के बाद छोटा किया गया। कुमार ने आईएएनएस को बताया, ""हम लोग उम्मीद छो़ड चुके थे। लेकिन मैं नहीं जानता कि डॉक्टरों को मुझे किस तरह से आभार प्रकट करना चाहिए। मुझे जो खुशी मिली है, वह एक पिता ही समझ सकता है।""
दो पैरों वाला सूअर अपनी इच्छाशक्ति से बना कौतुहल
चीन में दो पैरों वाला सूअर कौतुहल का विषय बना हुआ है। इस सूअर के सिर्फ> दो पैर हैं। लेकिन यह किसी भी सामान्य सूअर से कम नहीं है।
यह दो पैर होने के बाद भी सामान्य सूअर की तरह ही काम करता है। इस सूअर के जन्म से ही दो पैर नहीं है। यह सूअर दस महीने का है और इसका वजन 50 किलोग्राम है। इसके मालिक ने इसका नाम झू जिआंगचिआंग रखा है।
इसका हिंदी अर्थ है दृढ इच्छाशक्ति। यह सूअर जनवरी 2010 पैदा हुआ। इसके मालिक को सर्कस वालों ने बडी रकम देकर इसे खरीदना चाहा लेकिन वह इसे इतना प्यार करता है कि वह किसी भी कीमत पर इसे बेचने को तैयार नहीं है। चीन के लोगों के लिए यह कोतुहल का विषय बना हुआ है। रोज सैंकडों लोग इसे देखने के लिए आते हैं।
गुब्बारा जो 120 टन की इमारत को उडा ले जाएगा
क्या आप सोच सकते है कि कोई गुब्बारा पूरी इमारत को अपने साथ ले उडे। जी हां भविष्य में ऎसे गुब्बारे बनेंगे जो पूरी की पूरी इमारत को उठाकर एक जगह से दूरी जगह ले जा सकेंगे।
आस्ट्रेलिया की एक कंपनी स्काईलिफ्टर ऎसे गुब्बारे बनाने की योजना बना रही है। इससे प्राकृतिक आपदा के समय भारी इमारतों को इन गुब्बारों की सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सकेंगे। ये गुब्बारे 120 टन वजनी किसी भी वस्तु को 1931 किमी तक पहुंचा सकता है। इस गुब्बारे का आकार एक फुटबाल स्टेडियम जितना होगा और ये उडनतश्तरी जैसा दिखेगा। इसे प्रोपेलर के चलाया जाएगा।