Thursday, November 12, 2009

ओमपुरी की जिंदगी के राज बीवी ने खोले

Om Puri

बॉलीवुड अभिनेता ओम पुरी की कहानी यानि यह वो कहानी जिसके चर्चे सभी की जुवान पर है। ये कहानी खुद ओमपूरी की पत्नी नंदिता पुरी ने लिखली है। ये ऎसी कहानी है जिसमें खुद ओमपुरी बेहद खफा है। नंदिता पूरी ने ओमपूरी की बायोग्राफी लिखी है। जिसमें उन्होंने उनकी जिंदगी के वो राज खोले है जिसे शायद ओमपूरी जिंदगी किसी को अपनी जुबान में नहीं बता सकते थे। लेकिन आज वो राज हर किसी के सामने किताब की शक्ल में है। नाम है अनलायकली हीरो : ओम पूरी।

नंदिता की किताब के अनुसार ओम ऎसे माहौल में पले बढे जहां महिलाओं से उनका सामना नहीं हुआ। ऎसा माहौल में जहां सिवाय उनकी मां के कोई दूसरी महिला नहीं थी जब तक कि ओम सनौर के अपने मामाजी के घर नहीं चले गए। वहां भी उनकी उम्र की कोई लडकी नहीं थी। वो सिर्फ अपनी मामी और उनकी नौकरानी को जानते थे। इसलिए जाहिर था कि ओम खुद से बडी उम्र की महिलाओं की तरफ आकर्षित होते।
ओम उस वक्त 14 साल के थे जब उन्होंने पहली बार किसी महिला से शारीरिक संबंध बनाए। उनके मामाजी के घर में 55 साल की नौकरानी काम करती थी। वहां दिन में दो बार हैडपंप से पानी निकाला जाता थ ओम को इस काम में नौकरारी की मदद करने को कहा गया। कई दिन गुजर गए और हैडपंप से पानी निकालना ओम की जिंदगी का हिस्सा बन गया। फिर एक दिन अचानक उसे एहसास हुआ कि नौकरानी ने उसे छुआ और प्यार से पुचकारा। 14 साल का ओम 55 साल की नौकारानी की तरफ आकर्षित होने लगा। बिना ये जाने कि उसके साथ क्या हो रहा है।
पहली बार जब नौकरानी ने ओम पुरी को छुआ तो उसके जेहन में क्या हलचल मची होगी। क्योकि उस दिन से पहले किसी और महिला ने ओमपुरी को इस तरह नहीं छुआ था। ओमपुरी की जिंदगी के इस राज को खुद उनकी पत्नी ने किताब के पन्नों में दर्ज किया है।
किताब के अनुसार एक रात मामाजी के घर की बत्ती गुल हो गई। अंधेरे का फायदा उठाकर नौकरानी ने ओम को पकउ लिया। इस तरह 14 साल का एक लडका जवान बन गया। 55 साल की वो नौकरानी ही आम का पहला प्यार थी। किताब के अनुसार नौकरानी के साथ शारीरिक संबंध बनाने के बाद 14 साल के ओम बडी महिलाओं की तरफ आकषिर्त होगे लगे। ये शायद ओम की बेवकूफी थी कि उन्होंने छत पर सो रही अपनी छोटी मामी को छेडने की कोशिश की। ये ऎसी हरकत थी जिसने ओम को बेघर कर दिया।
किताब में लिखे हर्फो की माने तो ओम अपनी ही नजरों में गिर गए। अपनों की नगरो में गिरने के बाद ओम पुरी वहां रहते भी तो क्या मुंह लेकर। तो क्या इस शर्मनाक हरकत के बाद ओम पुरी बदल गए। इसका जवाब उनकी पत्नी नंदिता पुरी की किताब में आगे मिलता है।
नंदिता पुरी ने किताब में लिखा है कि 14 साल की उम्र में पहली बार ओम पुरी ने किसी महिला का एहसास किया। मगर 14 साल की उम्र में भी ओम पुरी मे कोई खास बदलाव नहीं आया। वो अभी भी एक ऎसी महिला की तलाश में थे सिके साथ वो किसी रिश्ते में बंधते।
अगर उनकी पत्नी नंदिता की किताब पर यकीन कतो 40 की उम्र पर करने के बाद भी ओम पुरी वैसे ही थे जैसा 14 साल का कोई बच्चा। किताब में लिखा हैकि 1986 में जब ओम त्रिशुल कॉम्पलेक्स के कए अपार्टमेट में रहने थे तो उनकी गर्लफे्रड माला उन्हें छोडकर चली गई।
आंध्र प्रदेश से आई मां-बेटी ओम पुरी की देखभाल करती थी। हालांकि पहले दोनों वर्सोवा के एक मछली मार्केट में काम करती थी मगर ओम पुरी की परेशानी देखकर वो पूरी तरह से उनके यहां काम करने लगी। दोनों मां -बेटी ने ओम पुरी का घर अच्छी तरह संभाला। बेटी लक्ष्मी ने तो ओम का ख्याल रखने में कोई कसर नहीं छोटी। जब ओम घर पर होते तो वो उनका मनपसंद खाना बनाती। मौका पाकर लक्ष्मी ओम को छेडने भी लगती और ओम इन सब बातों से बेखबर नहीं थे।
किताब के अनुसार ओम पुरी नौकरानी की बेटी को पसंद करने लगे थे। वो उसमें अपनी पत्नी को देख रहे थे। उन्हे लगा कि यही लडकी उनकी जीवन संगिनी बनने के काबिल है। दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। कुद ही महीने में ओेम पुरी को एहसास हुआ कि लडकी उनसे काफी जुड चुकी है। अचानक ओम ने फैसला किया कि वो उस लडकी से शादी करेंगे। ओम को लगा कि उस लडकी से शादी करके वो समाज के सामने एक मिसाल पेश करेंगे। या फिर उन्हें ये लगा कि उनकी असर जिंदगी में भी वहीं सच्चाई होनी चाहिए जैसी कि उन्होंने फिल्मी पर्दे पर सामाजिक किरदार निभाकर साबित की है।
मगर असल जिंदगी और फिल्मी किरदार में फर्क होती है। ओम पुरी को भी ये बात वक्त रहते समझ आ गई। उन्हें जिंदगी में कापी कुछ पाने की चाहत थी। वो जिंदगी के एक ऎसे मुकाबल पर ले जाना चाहते थे जहां उन्हें किसी भी चीज की कमी न हो। न धन दौलत की और न प्यार की। शाद इसलिए ओम ने अपनी नौकरानी लक्ष्मी को छोडने का फैसला कर लिया।
ओमपुरी के हवाले में किताब में आगे लिख है - भगवान का शुक्र है कि मै वक्त रहते संभल गया आदर्शवादी सोच को लेकर मै उस लडकी से कोई वादा नहीं करना चाहता था। हम दोनों में कुछ भी एक जैसा नहीं था। लक्ष्मी मुझ पर हक जताने लगी थी। वो लडकी ओम पुरी पर हावी हो ये वो बर्दाश्त नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्होने इस रिश्ते को यहीं खत्म करना बेहतर समझा। मगर क्या वो लडकी इतनी आसानी से ओम पुरी को छोड सकती थी। जिसके साथ इतना वक्त बिताया, जिसके अच्छे बुरे का हर वक्त ख्याल रखा क्या वो उसकी जिंदगी से यू ही चला जाएगा।
क्या हुआ जब ओमपुरी ने उस लडकी को ठुकरा दिया। इस बारे में किताब में लिखा है- लक्ष्मी इतनी आसानी से हार मानने वाली नहीं थी। वो छत पर चढ गई और चीखने लगी कि सातवें माले से छलांग लगा देगी। जब ओम ने उसे ऎसा करने से रोका तो वो चीख पडी नहीं मुझे मरने दो। एक रिश्ते का इसमें ज्यादा नाटकीय अंत नहीं हो सकता था।
ओम की जिंदगी के ये वो राज है जो खुद उन्होंने अपनी पत्नी नंदिता को बताए थे। मगर उन्हें इस बात का जरा भी एहसास नहीं था कि ये पन्ने उनकी जिंदगी में तूफान खडा कर देंगे। जैसे ही ये राज दुनिया के सामने आए ओम पुरी गुस्से से भर गए।
फिल्मों मे अपनी धारदार एक्टिंग की धाक जमान के वाले ओम पुरी आज जिंदगी के सबसे मुश्किल दोराहे पर खडे है। ओम पुरी की पत्नी ने इस किताब में उनकी जिंदगी के ऎसे राज खोल दिए है जिससे ओम पुरी बुरी तरह भडक गए है। एक अखबार के अनुसार ओम पुरी इस पूरे वाकये से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। वो काफी टूट चुके है।
अखबार के मुताबिक उनके ये राज इस तरह से दुनिया के सामने आएंगे और वो भी उनकी खुद की पत्नी ऎसा करेगी। ये उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। ये सच उनके सामने तब आया जब वो कही खुद नंदिता की जुबानी किताब के कुछ हिस्से सुन रहे थे। मालूम हो कि नंदिता ने खुद अपने पति ओमपुरी के बारे के सबकुछ लिखा और ओमपुरी को कुछ पता नहीं।

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